पृष्ठभूमि:
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए। इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडर अब्दुल रऊफ अजहर के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जो 1999 के IC-814 विमान अपहरण और 2002 में पत्रकार डैनियल पर्ल की हत्या में शामिल था।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया:
भारत के हमलों के जवाब में पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और अन्य शहरों में मिसाइल और ड्रोन हमले किए। हालांकि, भारतीय वायु रक्षा प्रणाली, विशेषकर S-400, ने अधिकांश हमलों को विफल कर दिया। पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने पांच भारतीय विमान और 25 ड्रोन मार गिराए हैं, जबकि भारत ने इन दावों को खारिज किया है।
सीमा पर स्थिति:
एलओसी और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर दोनों देशों के बीच भारी गोलीबारी जारी है। पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में भारत के 16 नागरिकों की मौत हुई है, जबकि भारत ने जवाबी कार्रवाई में कई पाकिस्तानी ठिकानों को नष्ट किया है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत के आतंकवादी ठिकानों पर हमलों को उचित ठहराया है, जबकि अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने और तनाव कम करने की अपील की है।
सावधानी और अलर्ट:
जम्मू, जैसलमेर, पठानकोट और अमृतसर में ब्लैकआउट लागू किया गया है। लेह और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। पंजाब और हरियाणा में हाई अलर्ट जारी है, और कई शहरों में सायरन की टेस्टिंग की जा रही है।
निष्कर्ष:
भारत ने स्पष्ट किया है कि उसकी कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ है और वह युद्ध नहीं चाहता। हालांकि, यदि पाकिस्तान की ओर से कोई भी उकसावे की कार्रवाई होती है, तो भारत उसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।